सेवा बस्तीयों मे स्वास्थ के प्रती अनास्था अनुभव आती है। एक तो पुरुष वर्ग विभिन्न व्यसनों के अधिन रहता है और महिलाओंका निजी स्वास्थ प्रती ध्यान नही रहता। इसलिये लोककल्याण समिती द्वारा स्वास्थ के विभिन्न प्रकार के उपक्रम आयोजित किये जाते है।
सेवा बस्तियों मे बच्चों के संस्कार या शिक्षा के प्रति पालक वर्ग का ध्यान कम रहता है, ऐसा देखने में आया है। आनेवाली पीढ़ी पर योग्य संस्कार नहीं हुए या योग्य शिक्षा नहीं मिली तो अपने देश का भविष्य उज्वल नहीं होंगा। इस विषय को योग्य दिशा देने हेतु निम्नलिखित उपक्रम चलाये जाते है।
समाज में अर्थार्जन की आवश्यकता है और उसके लिए योग्य मार्गदर्शन होना जरुरी है। कुछ उपक्रम प्रस्तावित है।
Swastha
सेवा बस्तीयों मे स्वास्थ के प्रती अनास्था अनुभव आती है। एक तो पुरुष वर्ग विभिन्न व्यसनों के अधिन रहता है और महिलाओंका निजी स्वास्थ प्रती ध्यान नही रहता। इसलिये लोककल्याण समिती द्वारा स्वास्थ के विभिन्न प्रकार के उपक्रम आयोजित किये जाते है।
Shikhsa
सेवा बस्तियों में बच्चों के संस्कार या शिक्षा के प्रति बालक वर्ग का ध्यान कम रहता है | योग शिक्षा देने हेतु उपकरण चलाए जाते हैं
Samajik
संस्कार सभी भारतीयों के लिए अच्छा है
Swalamban
संस्कार सभी भारतीयों के लिए अच्छा है
Apada Prabhandh
आपदा राहत कार्य प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदा समय-समय पर समाज एवं देश में आती रहती है
RSS Lok Kalyan Samiti – परिचय
“नर सेवा ही नारायण सेवा” यह ध्येय लेकर समाज में अभावग्रस्त लोगोंके सर्वांगीण विकास हेतु “रा.स्व.संघ लोकसमस्या संशोधन और लोककल्याण समिती” अपने स्थापना वर्ष 1980 से निरंतर कार्यरत है। समाज सेवा के लिये सदैव तत्पर रहनेवाले संघ स्वयंसेवक तथा नागरीकोंको सेवा कार्यों के लिए समय-समय पर प्रोत्साहित तथा कार्यप्रवण करने का कार्य ‘लोककल्याण समिती’ द्वारा किया जाता है।
रा. स्व. संघ लोककल्याण समिती राष्ट्रीय सेवा भारती की प्रातिनिधिक संस्था है जो शिक्षा, स्वास्थ, स्वावलंबन व सामाजिक सेवा, आपदा प्रबंधन कार्योद्वारा समाज को समरस कर एकता के सूत्र में बांधती है। अभी नागपुर में 341 सेवा बस्तियां है जिसमें से 90 सेवा बस्तियो में सेवा कार्य शुरु है।
दृष्टिकोण
स्वैच्छिक संस्थाओ और समर्पित कार्यकर्ताओंके सामुहिक प्रयास द्वारा देश के पिछडे, पीड़ित और अभावग्रस्त बंधुओ को शिक्षित, स्वावलंबी और सशक्त कर सुदृढ़ राष्ट्र तथा समरस समाज का निर्माण करना।
उद्देश्य
कार्यकर्ताओ में सामुहिकता का भाव जागृत कर जागरण, सहयोग, प्रशिक्षण एवं अध्ययन द्वारा उनके कौशल का विकास करना, बढ़ाना।